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नगर पालिका की सीमा विस्तार में मनमानी रोकने और शेरपुर नगर पंचायत बनाने की मांग

नगर पालिका की सीमा विस्तार में मनमानी रोकने और शेरपुर नगर पंचायत बनाने की मांग
पूरनपुर,पीलीभीत। नगर पालिका की सीमा विस्तार में समाजवादी पार्टी के विरोध प्रदर्शन के बाद भाकपा माले भी मैदान में आ गई है। कार्यकर्ताओं ने तहसील पहुंचकर सीमा विस्तार में मनमानी का आरोप लगाकर प्रदर्शन किया। मुस्लिम बाहुल्य ग्राम पंचायत पूरनपुर देहात को भी जोड़ने की मांग की गई है। इसके अलावा शेरपुर नगर पंचायत न बनाए जाने पर भी नाराजगी जताई गई है। मामले का ज्ञापन तहसीलदार को सौपा गया है। एक दिन पहले सपाईयों ने डीएम से भी शिकायत की थी।
शुक्रवार भाकपा माले ने तहसील पहुंचकर पूरनपुर नगर पालिका की सीमा विस्तार में मनमानी का आरोप लगाकर प्रदर्शन किया। लंबे समय से की जा रही शेरपुर को नगर पंचायत की मांग पूरी न होने पर नाराजगी जताई गई। तहसीलदार हबीब उर रहमान अंसारी को दो सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया है इसमें शेरपुर को टाउन एरिया बनाने और पूरनपुर नगर पालिका के विस्तार में पूरनपुर देहात को शामिल करने की मांग की गई है। इस मौके पर सईद खान, इलियास खान, दिलशाद, देवाशीष राय सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे। एक दिन पहले पूरनपुर सपा के नगर अध्यक्ष मुजफ्फर खान उर्फ हाजी लाडले ने जिला अध्यक्ष जगदेव सिंह जग्गा सहित कई पदाधिकारी के साथ सीमा विस्तार में मनमानी की शिकायत डीएम से की थी।डीएम को दिए ज्ञापन में बताया नगर पालिका परिषद पूरनपुर जनपद का वर्तमान समय में सीमा विस्तार का प्रपोजल नगर पालिका परिषद पूरनपुर द्वारा भेजा गया है। नगर पालिका पूरनपुर द्वारा नगर की चारो दिशाओं का सीमा विस्तार न करके वर्तमान पालिका अध्यक्ष के अपने निजि स्वार्थो के सिद्धि हेतु कुछ उन कालोनियों को मिलाया गया है। जिनसे निजी स्वार्थ व चुनावी महत्वता पूरी हो सके। नगर पालिका पूरनपुर की चारो दिशाओं में नगर की सीमा से मिली हुई कई ग्राम पंचायत है। जिनमें ग्राम पंचायत पूरनपुर देहात भी मौजूद है और सीओ कार्यालय, महिला चिकित्सालय, ब्लाक,एसडीएम आवास तथा सीओ आवास नगरपालिका की सीमा में होते हुए भी इसे नगर पालिका से बाहर ग्राम पंचायत में रखा गया है। इन ग्राम पंचायतों में अधिकांश संख्या में पासवान समाज, वाल्मीक समाज, किसान, अल्पसंख्यक तथा सिख समाज के लोग रहते हैं। सजातीय वर्ग को सीमा विस्तार से जोड़कर अपनी चुनावी महत्वकांक्षा पूरी करना चाहते हैं।उन्होंने इसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया और स्थानीय जनभावनाओं के खिलाफ बताया।उनका कहना है कि बिना स्थानीय जनप्रतिनिधियों और नागरिकों की राय लिए नगर सीमा का विस्तार किया जा रहा है, जिससे नगर पंचायत के आर्थिक संसाधनों पर अतिरिक्त दबाव पड़ेगा और मूलभूत सुविधाओं का संतुलन बिगड़ेगा। सपा कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी थी यदि जनहित के खिलाफ इस प्रकार के निर्णयों को थोपा गया, तो वह जन आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेंगे। अधिशासी अधिकारी एजाज अहमद ने बताया कुछ खामियां होने पर प्रस्ताव वापस आ गया है। दोबारा इसे भेजा जाएगा।

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