यूपी

शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में खुलेआम मिलावटी खाद्य पदार्थों की हो रही बिक्री,जनता के स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा

हिंदू महासभा ने मिलावटखोरी और बालश्रम को लेकर सौंपा ज्ञापन

शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में खुलेआम मिलावटी खाद्य पदार्थों की हो रही बिक्री,जनता के स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा

हिंदू महासभा ने मिलावटखोरी और बालश्रम को लेकर सौंपा ज्ञापन

पीलीभीत।जनपद में मिलावटी खाद्य पदार्थों की बढ़ती बिक्री और नाबालिग बच्चों से कराए जा रहे श्रम के मामलों को लेकर अखिल भारत हिंदू महासभा ने कड़ा रुख अपनाया है।मंगलवार को जिलाध्यक्ष पंडित पंकज शर्मा के नेतृत्व में संगठन ने जिलाधिकारी को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपते हुए जनहित के इन गंभीर मुद्दों पर तत्काल कार्यवाही की मांग की। साथ ही चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो जिला अधिकारी कार्यालय के समक्ष हनुमान चालीसा पाठ सहित शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।ज्ञापन में कहा गया कि पीलीभीत शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में खुलेआम मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री हो रही है, जिससे जनता के स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा उत्पन्न हो रहा है। सरसों का तेल, दूध, ब्रेड, चायपत्ती, मिठाई, लस्सी, मोमोज व ब्रांडेड सामान तक जांच के दायरे से बाहर हैं। हाल ही में हल्दी जैसी जरूरी वस्तु में जानवरों के अपशिष्ट की मिलावट सामने आई, जो अत्यंत निंदनीय है।महासभा का आरोप है कि खाद्य विभाग के अधिकारी बाजारों में नियमित जांच करने के बजाय कार्यालय में बैठकर खानापूर्ति कर रहे हैं। मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देश – जैसे कि सैंपल फेल होने पर दोषी का नाम, पता व फोटो सार्वजनिक करना – की भी पीलीभीत में अनदेखी की जा रही है।संगठन ने मांग की कि एक विशेष टीम गठित कर प्रत्येक दुकान, होटल, ठेले और रेस्टोरेंट में नियमित छापेमारी की जाए, और मिलावट करने वालों के नाम-चेहरे सार्वजनिक कर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। अगर कोई व्यापारी संगठन या नेता ऐसे लोगों का समर्थन करता है तो उसके विरुद्ध भी विधिक कार्रवाई हो। ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि जिले की कई दुकानों और होटलों में नाबालिग बच्चों से काम कराया जा रहा है, जो बाल श्रम कानून का उल्लंघन है। महासभा ने ऐसे मामलों की जांच के लिए भी एक विशेष टीम गठित कर संबंधित प्रतिष्ठानों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की मांग की।संगठन ने यह भी आरोप लगाया कि पूर्व में दिए गए ज्ञापनों जैसे – मूलचंद्र धर्मशाला की दुर्व्यवस्था, पार्किंग की समस्या, अतिक्रमण आदि – पर भी अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। शहर के एक कानूनगो के खिलाफ कई बार शिकायतें दी गईं, लेकिन उन्हें हटाया नहीं गया, जिससे यह प्रतीत होता है कि कुछ अधिकारी शासन की मंशा को जानबूझकर नुकसान पहुंचा रहे हैं। ज्ञापन में कहा गया कि संगठन के ज्ञापनों को गंभीरता से न लेकर अधिकारी उन्हें चूल्हे में झोंके कागज़ों की तरह उपेक्षित कर रहे हैं, जो न केवल प्रशासनिक लापरवाही है, बल्कि जनता की भावनाओं का भी अपमान है।हिंदू महासभा ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही ठोस कार्यवाही नहीं की गई, तो संगठन चरणबद्ध आंदोलन शुरू करेगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। ज्ञापन देने के दौरान जिलाध्यक्ष पंडित पंकज शर्मा, जिला महामंत्री मयंक जायसवाल, युवा जिलाध्यक्ष गौरव शर्मा, युवा जिला महामंत्री आयुष सक्सेना, नगर अध्यक्ष सुनील कश्यप, सर्वेश कुमार, प्रकाश अग्निहोत्री, राहुल देव शर्मा, प्रधान कमल कुमार, जितेंद्र मौर्य, नरेंद्र श्रीवास्तव, मनोज वर्मा, प्रमोद कश्यप, बुद्धसेन वर्मा, अनिल कुमार, महिला जिलाध्यक्ष बिन्दु सिंह, महिला जिला महामंत्री कविता वंशवाल आदि लोग उपस्थित रहे।

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