शारदा नदी मे समाई केले व धान की फसल ग्रामीणों ने राहत बचाव कार्य पर खानापूर्ति करने का लगाया आरोप

शारदा नदी मे समाई केले व धान की फसल ग्रामीणों ने राहत बचाव कार्य पर खानापूर्ति करने का लगाया आरोप
हजारा,पीलीभीत। पूरनपुर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत ट्रांस शारदा क्षेत्र में शारदा नदी ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है।नदी द्वारा हो रही भीषण भू-कटान में श्रीनगर गांव के किसानों की खून पसीने से तैयार फसलें जमीन समेत नदी में समाती जा रही हैं।इसको लेकर ग्रामीणों में हाहाकार मचा हुआ है।वहीं भू कटान से पीड़ित महिलाओं ने बाढ़ खंड विभाग पर राहत बचाव कार्य कराने के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकारी व कर्मचारी ठीक से कार्य नहीं करा पा रहे हैं । धीमी गति से हो रहे राहत बचाव कार्य को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।वहीं मौके पर मौजूद महिलाएं अपनी गन्ने धान व केले, की फसलों को नदी में समाती देख खून के आंसू रोने को मजबूर हो रही हैं। और उनका कहना था कि अगर यही राहत बचाव कार्य जनवरी फरवरी में कराया जाता तो आज हम लोगों को ये दिन नहीं देखने पड़ते। वहीं दूसरी ओर जब हम हमारी टीम ने ग्राउंड जीरो पर देखा कि बाढ़ खंड विभाग के जेई अनुज कुमार की मौजूदगी में लेवर द्वारा सीमेंट के खाली बोरों में बालू की जगह थोड़ी थोड़ी घास समेत मिट्टी भरकर नदी के किनारे लगाया जा रहा था।इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि यहां पर किस स्तर से फ्लड फाइटिंग के नाम पर राहत बचाव कार्य हो रहा होगा। इसके अलावा मौके पर मौजूद कटान पीड़ित ग्रामीणों ने बाढ़ खंड विभाग के जेई अनुज कुमार से राहत बचाव कार्य कराने में तेजी लाने व लेवर की संख्या बढ़ाने के लिए मांग की।