पुलिस के दबाव से महिला मानसिक रूप से परेशान,कोर्ट में नही हुए बयान
लगातार दबाव से महिला और उसका परिवार सहमा

पुलिस के दबाव से महिला मानसिक रूप से परेशान,कोर्ट में नही हुए बयान
लगातार दबाव से महिला और उसका परिवार सहमा
पूरनपुर/पीलीभीत। महकमें की मुश्किलें कम करने के लिए पुलिस अब महिला पर दर्ज मुकदमा वापस लेने का लगातार दबाव बना रही है। शाहजहांपुर एएसपी के बयान दर्ज करने के बाद महिला का सरकारी अस्पताल में मेडिकल हो चुका है। घटना से पीड़िता काफी आहत है। पुलिस मुकदमा वापस लेने का उसपर लगातार दबाव बना रही है। मानसिक रूप से परेशान होना बताकर उसने कोर्ट में बयान देने को समय मांगा है। बता जा रहा है एसओजी टीम लाइन हाजिर होने के बाद अन्य जिम्मेदारों पर कार्रवाई के तलवार लटक रही है।इसको लेकर महिला पर मुकदमा बापस लेने का लगातार दबाव बनाया जा रहा है। इससे वह परिवार सहित काफी सहमी हुई है।
हजारा थाना क्षेत्र के गांव की रहने वाली युवती ने बताया 23 अप्रैल रात वह अपनी बहन अपने झाले में सो रही थी। तभी रात 1:30 बजे एसओजी प्रभारी ने टीम के साथ बुरी नीयत से घर में घुसकर अश्लील हरकत की थी। शोर मचाने पर उसकी बहन ने भी विरोध किया था। इस पर आरोपियों ने दोनों बहनों और परिजनों की लात घूसों से बेरमहमी से पीटा था। जान से मारने की नीयत से असलहा तानकर कान की सोने की बाली छीन ली थी। पड़ोसियों के पहुंचने पर आरोपी शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी देकर कार से फरार हो गए थे। पुलिस ने छह अज्ञात के खिलाफ 15 मई को मुकदमा दर्ज किया था। एसओजी प्रभारी और सिपाहियों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर 3 दिन पहले वह मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मा करने पहुंची थी। इस पर वहां पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने उसे रोक लिया था। मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी अभिषेक यादव ने एसओजी प्रभारी क्रांति वीर, हेड कांस्टेबल अजब सिंह, कांस्टेबल शहनवाज, कुलदीप और अजय को लाइन हाजिर कर दिया था। मामले की जांच कर रही शाहजहांपुर ग्रामीण की एसपी दीक्षा भंवरे ने 26 जून को घर पहुंच के पिता से पूछताछ की थी। शुक्रवार को उसका भरतपुर सरकारी अस्पताल में मेडिकल हुआ। इसके बाद थाने में 161 के बयान दर्ज किए गए। कोर्ट में बयान देने के लिए महिला ने मानसिक संतुलन ठीक न होना बात कर समय मांगा है। बताया जा रहा है हजारा पुलिस लगातार महिला और उसके परिवार पर मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रही है। इसे पूरा परिवार काफी सहमा हुआ है। सभी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
शासन की नजर, पुलिस की बढ़ेंगी मुश्किलें
मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह के प्रयास के बाद पूरी घटना पर शासन की नजर है।
मेडिकल और 161 की बयान होने के बाद अब महिला के कोर्ट में भी बयान दर्ज किए जाएंगे। अज्ञात में दर्ज मुकदमा में पहचान होने के बाद अब नाम प्रकाश में आएंगे। इससे पुलिस की और मुश्किलें बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। पूरे मामले में शासन की भी नजर है। एसओजी प्रभारी पूरी टीम के साथ लाइन हाजिर हो चुके हैं। मुकदमा वापस लेने के लिए पुलिस लगातार हार्ड वर्क कर रही है।
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महिला का मेडिकल परीक्षण और 161 के बयान दर्ज हो चुके हैं। आगे की कार्रवाई चल रही है।
अमित कुमार
थाना प्रभारी हजारा