नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अनैतिक व्यापार के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अनैतिक व्यापार के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
स्प्रिंगडेल कॉलेज में चित्रकला प्रतियोगिता के माध्यम से छात्रों को किया गया प्रेरित
पीलीभीत।समाधान विकास समिति के तत्वावधान में बुधवार को स्प्रिंगडेल कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट में नशीली दवाओं के दुरुपयोग और उनके अनैतिक व्यापार के विरुद्ध अंतर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में डीएलएड के विद्यार्थियों ने सक्रिय सहभागिता की।
कार्यक्रम की शुरुआत जागरूकता चित्रकला प्रतियोगिता से हुई, जिसमें छात्राओं ने नशे के विरुद्ध प्रभावशाली चित्रों के माध्यम से अपना दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। प्रतियोगिता में राशिका भारती और अंजलि ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर प्रथम स्थान प्राप्त किया।कॉलेज के प्रधानाचार्य इलियास ने अपने संबोधन में कहा कि नशीली दवाओं का दुरुपयोग और इनका अनैतिक व्यापार, दोनों ही राष्ट्र की युवा शक्ति को गलत दिशा में धकेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हर वर्ष 26 जून को यह दिवस मनाया जाता है ताकि समाज में नशे की समस्या पर व्यापक विमर्श और जनचेतना बढ़ाई जा सके।उन्होंने बताया कि 2025 का विषय है – “बाधाओं को तोड़ना: सभी के लिए रोकथाम, उपचार और पुनःप्राप्ति”, जो यह दर्शाता है कि समाज के हर वर्ग को इस समस्या की रोकथाम और समाधान की प्रक्रिया में शामिल करना आवश्यक है।समिति के संसाधित व्यक्ति लक्ष्मीकांत शर्मा ने बताया कि इस दिवस का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नशे की लत से होने वाले खतरों के प्रति सचेत करना है। उन्होंने कहा कि शराब, ड्रग्स, गांजा, हेरोइन आदि अब केवल बड़ों की नहीं, बल्कि बच्चों और किशोरों की आदत बनती जा रही हैं, जिससे समाज के लिए नई चुनौतियाँ खड़ी हो रही हैं।लक्ष्मीकांत शर्मा ने यह भी कहा कि यदि किसी को अपने आसपास किसी संदिग्ध गतिविधि का संदेह हो—जहाँ नशीली दवाओं का सेवन या उनका अवैध व्यापार हो रहा हो—तो संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों को तुरंत सूचित करना चाहिए, ताकि समय रहते कार्यवाही की जा सके।कार्यक्रम में मौजूद छात्रों और शिक्षकों ने नशे के विरुद्ध शपथ लेकर इस मुहिम को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया।