सब्जी की खेती एवं नर्सरी प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन
मुख्य विकास अधिकारी ने आरसेटी के प्रयासों की सराहना की

सब्जी की खेती एवं नर्सरी प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन
मुख्य विकास अधिकारी ने आरसेटी के प्रयासों की सराहना की
पीलीभीत।बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान (आरसेटी) द्वारा आयोजित ‘सब्जी की खेती एवं नर्सरी प्रबंधन’ पर आधारित विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुक्रवार को समापन हुआ। प्रशिक्षण कार्यक्रम समापन पर मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) राजेंद्र कुमार श्रीवास ने प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं को प्रमाण पत्र दिए । इस अवसर पर सीडीओ ने प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की और उन्हें स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित किया।आरसेटी द्वारा संचालित इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण युवाओं और महिलाओं को आधुनिक कृषि पद्धतियों, विशेष रूप से सब्जी की खेती और नर्सरी प्रबंधन की तकनीकों में प्रशिक्षित कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना था। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को खेत तैयार करने से लेकर बुवाई, सिंचाई, कीट नियंत्रण, फसल कटाई और नर्सरी में पौधों के उचित रखरखाव तक की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। इसमें व्यावहारिक प्रशिक्षण पर विशेष जोर दिया गया, जिससे प्रतिभागियों को वास्तविक अनुभव प्राप्त हो सके।समापन समारोह में मुख्य विकास अधिकारी ने आरसेटी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और बेरोजगारी को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा, “यह प्रशिक्षण न केवल आपको आत्मनिर्भर बनने में मदद करेगा, बल्कि आप अन्य किसानों के लिए भी प्रेरणा स्रोत बनेंगे। आप अपने ज्ञान का उपयोग कर नई तकनीकों को अपनाकर अपनी आय बढ़ा सकते हैं और कृषि क्षेत्र में नवाचार ला सकते हैं।आरसेटी के निदेशक रवि कुमार ने बताया कि इस कार्यक्रम में कुल 35 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिन्होंने प्रशिक्षण के प्रति काफी उत्साह दिखाया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि प्रशिक्षित प्रतिभागी अब अपनी खुद की नर्सरी स्थापित कर या उन्नत सब्जी की खेती करके अच्छी आय अर्जित करने में सक्षम होंगे।इस अवसर पर वरिष्ठ फैकल्टी अभिनव सहगल , वित्तीय साक्षरता परामर्शदाता जगदीश कुमार ,मास्टर ट्रेनर चन्द्र शेखर श्रीवास्तव ईडीपी ट्रेनर अभिनव सहगल और आरसेटी के अन्य स्टाफ सदस्य भी उपस्थित थे। सभी ने प्रतिभागियों को उनके सफल प्रशिक्षण के लिए बधाई दी और उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दीं। यह कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि आधारित उद्यमिता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है।