प्रदेश सचिव नईम रज़ा के नेतृत्व असपा के डेलीगेशन ने पीड़ित पत्रकार इसरार अहमद से की मुलाकात

प्रदेश सचिव नईम रज़ा के नेतृत्व असपा के डेलीगेशन ने पीड़ित पत्रकार इसरार अहमद से की मुलाकात
पीलीभीत।बरखेड़ा में पत्रकार इसरार और उनकी पत्नी द्वारा जहर खाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इसरार ने सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार की खबरें उजागर की थीं, जिसके बाद स्थानीय अधिकारियों और ठेकेदारों द्वारा उन पर रंगदारी और गाली-गलौज का झूठा मुकदमा दर्ज करवाया गया। मानसिक प्रताड़ना और उत्पीड़न से तंग आकर इसरार और उनकी पत्नी ने आत्मघाती कदम उठाया। दोनों का जिला अस्पताल पीलीभीत में इलाज चल रहा है, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।आज़ाद समाज पार्टी (कांशीराम) और भीम आर्मी ने इस मामले में पीड़ित पत्रकार के साथ अपनी एकजुटता दिखाई है। पार्टी के प्रदेश सचिव नईम रज़ा के नेतृत्व में एक डेलिगेशन ने जिला अस्पताल में इसरार और उनकी पत्नी से मुलाकात की। नईम रजा ने पीड़ित परिवार को भरोसा दिलाया कि उनकी पार्टी और भीम आर्मी हर कदम पर उनके साथ खड़ी है। उन्होंने इस घटना को लोकतंत्र और प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला करार दिया।नईम रज़ा ने कहा, “पत्रकार इसरार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई, लेकिन प्रशासन ने उन्हें दबाने के लिए झूठे मुकदमे दर्ज किए। यह निंदनीय है। हम मांग करते हैं कि इस मामले की स्वतंत्र जांच हो, दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए, और पीड़ित परिवार को चिकित्सा, सुरक्षा और मुआवजा प्रदान किया जाए।”इस घटना ने स्थानीय समुदाय और पत्रकार बिरादरी में आक्रोश पैदा कर दिया है। यह मामला न केवल पीलीभीत बल्कि पूरे देश में पत्रकारिता की आजादी और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने वालों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठा रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इसरार ने नाला निर्माण में हुए भ्रष्टाचार को उजागर किया था, जिसके बाद ठेकेदार मोईन और कुछ प्रभावशाली लोगों ने मिलकर उनके खिलाफ साजिश रची।इस घटना ने एक बार फिर पत्रकारों की सुरक्षा और प्रेस की स्वतंत्रता पर सवाल खड़े किए हैं। आज़ाद समाज पार्टी ने मुख्यमंत्री से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।पार्टी ने पूछा, “क्या यही है नया भारत,जहां सच बोलने वालों को प्रताड़ित किया जाता है?” इस प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए लोग स्वतंत्र जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग जोर-शोर से उठा रहे हैं। पुलिस और प्रशासन की ओर से अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। इस बीच, पत्रकार संगठनों ने इस घटना की निंदा की है और पत्रकारों के लिए सुरक्षित माहौल की मांग की है।मामले की स्वतंत्र जांच। दोषी अधिकारियों और ठेकेदारों पर सख्त कार्रवाई। इसरार और उनके परिवार को चिकित्सा, सुरक्षा और मुआवजा।
डेलिगेशन में मुख्य रूप से इमरान बाबू जिला संयोजक मुस्लिम भाईचारा कमेटी मैशाद अली नगर संयोजक बीसलपुर मुस्लिम भाईचारा कमेटी सलमान खान व शानू साबरी आदि शामिल रहे।