विश्व सर्प दिवस: धरती पर पारिस्थितिकी संतुलन बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं सांप:अख्तर मियां

विश्व सर्प दिवस: धरती पर पारिस्थितिकी संतुलन बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं सांप:अख्तर मियां
साँपों के प्रति भ्रांतियों को दूर कर उनके संरक्षण के प्रयासों को प्रोत्साहित करना चाहिए,
पूरनपुर,पीलीभीत।साल 16 जुलाई को ‘वर्ल्ड स्नेक डे’ मनाया जाता है,ताकि सांपों के प्रति समाज में फैली गलत धारणाओं को तोड़ा जा सके और उनके महत्व को समझा जा सके।टरक्वाइज वाइल्ड लाइफ कंजर्वेशन सोसाइटी के अख्तर मियां का कहते है पीलीभीत टाइगर रिजर्व में लगभग बीस विभिन्न साँपों की प्रजातियाँ पाई जाती हैं।जो इस पारिस्थितिकी तंत्र की जैव विविधता को समृद्ध बनाती हैं।यहाँ पाइथन,ब्लेक कोबरा, सामान्य क्रेट,रसेल वाइपर,रेड कोरल कुकरी और कई रंग-बिरंगे छोटे सांपों का जीवन-घर देख सकते हैं।प्रत्येक साँप का अपना अनूठा सामाजिक और पारिस्थितिक महत्व है—इसमें अधिकतर चूहों व कीटों की आबादी नियंत्रित करते हैं व फसलों की रखवाली करते हैं। इस दिन हमें साँपों के प्रति भ्रांतियों को दूर कर उनके संरक्षण के प्रयासों को प्रोत्साहित करना चाहिए,ताकि पीलीभीत के ये रहस्यमयी रक्षक आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित रहें।सांप प्रकृति के लिए बहुत जरूरी है और ये नेचर में बैलेंस बनाने में मदद करते हैं।सांपों को लेकर लोगों के मन में डर बैठा रहता है और मॉनसून के सीजन में सांप और कीड़ों के घुसने की संभावना बढ़ जाती।सांपों के प्रति जागरूक बनाना, उनके महत्व को समझाना और उनके संरक्षण की आवश्यकता पर जोर देने की जरूरत है।ध्यान रहे सावधानी ही सांपों से हम मनुष्यों को सुरक्षित रखती है।सावधानी रखें और सर्पदंश होने झांड-फूंक के चक्कर मे न पड़े तुरंत हास्पिटल पहुंचें।