विद्यालय विलय के खिलाफ ग्रामीणों नेताओं का विरोध,जंगल पार स्कूल कैसे जायेगे बच्चे

विद्यालय विलय के खिलाफ ग्रामीणों नेताओं का विरोध,जंगल पार स्कूल कैसे जायेगे बच्चे
पूरनपुर,पीलीभीत।बरुआ खुठारा गांव के प्राथमिक विद्यालय को फैजुल्लागंज में स्थानांतरित किए जाने के फैसले के खिलाफ ग्रामीणों में भारी नाराजगी है। विरोध अब सिर्फ स्थानीय स्तर तक सीमित नहीं रहा,बल्कि इस पर राजनीतिक रंग भी चढ़ने लगा है।ग्रामीणों के साथ कई राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भी शासन-प्रशासन के इस फैसले का विरोध किया है और इसे बच्चों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करार दिया है।ग्रामीणों का कहना है कि नया विद्यालय लगभग 2-3 किलोमीटर दूर है,और वहां तक पहुंचने का रास्ता घने जंगलों और सूतिया नाले से होकर गुजरता है।यह क्षेत्र तेंदुए,बाघ समेत अन्य वन्य जीवों की सक्रियता के लिए जाना जाता है।अभिभावकों को आशंका है कि इस खतरनाक मार्ग के चलते बच्चे स्कूल जाने से कतराने लगेंगे,जिससे उनकी पढ़ाई बाधित होगी।बुधवार को गांव की महिलाएं, पुरुष व ग्राम प्रधान एकजुट होकर ट्रैक्टर- ट्रॉली से भाजपा विधायक बाबूराम पासवान के कार्यालय पहुंचे।विधायक की अनुपस्थिति में उन्होंने उनके पुत्र ऋतुराज पासवान से मुलाकात की,जिन्होंने समस्या के समाधान का भरोसा दिया।इस मुद्दे को लेकर ग्रामीणों ने खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में भी लिखित ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने मांग की है कि या तो पुराना विद्यालय यथावत चालू रखा जाए या फिर बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किसी वैकल्पिक और सुरक्षित स्थान पर स्कूल शिफ्ट किया जाए।विरोध प्रदर्शन में शामिल ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द समाधान नहीं निकाला गया तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।इस पूरे मामले पर अब क्षेत्रीय विपक्षी दल भी मुखर हो गए हैं और इस निर्णय को जनविरोधी बताते हुए सरकार पर निशाना साध रहे हैं।