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शेरपुर कलां में जर्जर तारों के बावजूद लाइमैन सिकंदर खां की मेहनत से रोशन हो रहे घर

ग्रामवासी लाइनमैन सिकंदर खान को कई बार कर चुके हैं सम्मानित

शेरपुर कलां में जर्जर तारों के बावजूद लाइमैन सिकंदर खां की मेहनत से रोशन हो रहे घर

ग्रामवासी लाइनमैन सिकंदर खान को कई बार कर चुके हैं सम्मानित

मीनू बरकाती
पूरनपुर,पीलीभीत।गांव में बिजली व्यवस्था की हालत चाहे जितनी भी खस्ता क्यों न हो, अगर जमीनी कर्मचारी मेहनती और जिम्मेदार हो तो अंधेरा भी रोशनी में बदला जा सकता है।शेरपुर कलां गांव इसका जीवंत उदाहरण है,जहां जर्जर तारों, टेढ़े खंभों और पुराने उपकरणों के बावजूद बिजली आपूर्ति पूरी तरह से चालू है — और इसका पूरा श्रेय जाता है बिजली विभाग के कर्मठ लाइमैन सिकंदर खां को।आपको बता दे तहसील पूरनपुर के गांव शेरपुर कलां के मोहल्ला नवदिया मटखुन्ना सहित कई जगह जर्जर तारो के बावजूद शेरपुर कला में बिजली आपूर्ति पूरी तरीके से दी जा रही है जिसका पूरा श्रेय जाता है बिजली विभाग के कर्मठ लाइमैन सिकंदर खां को।जहां एक ओर बिजली आपूर्ति व्यवस्था बदहाली का शिकार है, वहीं दूसरी ओर कुछ जमीनी कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ निभाकर मिसाल कायम कर रहे हैं।ऐसा ही उदाहरण पेश किया है शेरपुर कलां के लाइमैन सिकंदर खां ने, जिनकी सतत मेहनत के चलते गांव के लोग आज भी बिजली की रोशनी देख पा रहे हैं।शेरपुर कलां गांव की बिजली व्यवस्था काफी समय से जर्जर हो चुकी है। जगह-जगह तार लटक रहे हैं।ट्रांसफॉर्मर भी अधिक लोड से जूझ रहे हैं। बारिश और हवा के चलते अक्सर लाइन में फॉल्ट हो जाता है, जिससे बिजली आपूर्ति ठप हो जाती है। लेकिन ऐसी हर स्थिति में लाइमैन सिकंदर सबसे पहले मौके पर पहुंचते हैं और पूरी निष्ठा से मरम्मत में जुट जाते हैं।गांववासियों के मुताबिक, सिकंदर बिना किसी डर और झिझक के दिन हो या रात, खराबी की सूचना मिलते ही कार्य में लग जाते हैं।कई बार तो उन्होंने जान जोखिम में डालकर भी तारों की मरम्मत की है।ताकि गांव अंधेरे में न डूबे। उनके पास संसाधनों की भारी कमी है, फिर भी वे उपलब्ध उपकरणों के सहारे बिजली व्यवस्था को बनाए रखने की पूरी कोशिश करते हैं।

ग्रामीणों ने जताया आभार

गांव के बुजुर्ग हो या बच्चे, सभी लाइनमैन सिकंदर की सराहना करते नहीं थकते। ग्रामीण दिलशाद,सलमान, अयाज और जीशान,अमानत,पुर्व प्रधानपति तकी खां,पुर्व प्रधानपति हाजी रियाजतनूर खां,गांव के मौजूदा प्रधान जाने आलम ने बताया कि “सरकारी तंत्र भले ही सुधार में सुस्त हो, लेकिन लाइनमैन सिकंदर की मेहनत से हमें बिजली मिल रही है। वह असली जमीनी कर्मयोगी हैं। आपको बता दें शेरपुर करके ग्रामीणों ने कई बार लाइनमैन सिकंदर खान को सम्मानित भी कर चुके हैं।
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क्या बोले ग्रामीण

यूनुस खां कहते है जब सिस्टम कमजोर हो, तब इंसान की मेहनत ही सबसे बड़ा सहारा बनती है। शेरपुर कलां के लाइमैन सिकंदर खां ने यह साबित कर दिया है कि अगर जज़्बा सच्चा हो, तो सीमित संसाधनों में भी उजाला फैलाया जा सकता है। ऐसे कर्मठ कर्मचारी वास्तव में समाज के लिए प्रेरणा हैं।

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रेहान रजा कहते है जर्जर तारों के बीच चलती बिजली व्यवस्था, और इसके पीछे एक कर्मठ कर्मचारी की निःस्वार्थ मेहनत है शेरपुर कलां में आज यही कहानी रोशनी बनकर चमक रही है। लाइमैन सिकंदर खां जैसे कर्मचारी ही असल में व्यवस्था की रीढ़ हैं, जो तमाम बाधाओं के बीच भी आमजन तक सुविधा पहुंचा रहे हैं

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अमानत रजा  कहते है अगर बिजली रात के किसी भी पहर में गुल हो जाए, तो सिकंदर खां सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच जाते हैं। चाहे आधी रात हो या मौसम खराब, वे पूरी जिम्मेदारी से फॉल्ट को ठीक कर बिजली आपूर्ति तुरंत बहाल करवा देते हैं।

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सलमान खां कहते है उनकी यह तत्परता न केवल उनके कर्तव्यनिष्ठ स्वभाव को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि सीमित संसाधनों में भी ईमानदार प्रयासों से बड़ी समस्याएं हल की जा सकती हैं। लाइनमैन सिकंदर खां को “रात का भी रोशनी देने वाला सच्चा सेवक” है


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दिलशाद खां कहते है लाइन मैन सिकन्दर खां तत्परता और कर्तव्यनिष्ठा के चलते गांव में अंधेरा लंबे समय तक टिक नहीं पाता। सिकंदर खां न सिर्फ एक जिम्मेदार कर्मचारी हैं, बल्कि ग्रामीणों के लिए रात का रक्षक बन चुके हैं।

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