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मॉकड्रिल:नदी की तेज लहरों से पलटी नाव एसडीआरएफ टीम ने रेस्क्यू कर ग्रामीण को डूबने से बचाया

बाढ़ आये तो घबराइए नही पीलीभीत प्रशासन तैयार

मॉकड्रिल:नदी की तेज लहरों से पलटी नाव एसडीआरएफ टीम ने रेस्क्यू कर ग्रामीण को डूबने से बचाया

बाढ़ आये तो घबराइए नही पीलीभीत प्रशासन तैयार

पीलीभीत।जिलाधिकारी के निर्देशानुसार सोमवार को बाढ़ माॅक एक्सरसाइज ऋतु पूनिया, अपर जिलाधिकारी व अपर पुलिस अधीक्षक विक्रम दहिया पीलीभीत के नेतृत्व में, श्रद्धा सिंह, उपजिलाधिकारी सदर के आयोजन में मुक्तिधाम देवहा नदी के तट पर पीलीभीत में बाढ़ एक्सरसाइज का आयोजन सफलता पूर्वक सम्पादित किया गया है।सोमवार को देवहा नदी,निकट मुक्तिधाम,पीलीभीत में बाढ़ माॅकड्रिल प्रातः 10ः30 बजे प्रारम्भ हुई।जिसमें सर्वप्रथम स्थानीय लोगों के माध्यम से देवहा नदी में 2 व्यक्तियों के डूबने की सूचना जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण एवं जिला इमरजेन्सी आपरेशन सेन्टर, पीलीभीत के दूरभाष संख्या-05882-254116 पर प्राप्त हुयी। ई0ओ0सी0 में तैनात कर्मचारियों द्वारा तत्काल अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) पीलीभीत व तहसील कन्ट्रोल रूम-05882-255959 पर सूचना दी गई। तहसील कन्ट्रोल रूम द्वारा उपजिलाधिकारी,सदर एवं तहसील प्रशासन को तत्काल सूचना दी गयी।जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, स्वास्थय विभाग एवं अन्य विभाग मौके पर टीम के साथ तत्काल पहुॅचे। एसडीआरएफ के उपनिरीक्षक रजत कुमार गोडं व उनकी टीम के अन्य सदस्य तथा आपदा मित्रों द्वारा देवहा नदी में आई बाढ़ में फंसे ग्रामीणों को रेस्यूक करने व आपदा से निपटने के लिए कार्यवाही शुरू की।टीम ने मोटर बोट एवं रिमोट कंट्रोल लाइफ ब्वाय तकनीक से डूबते हुये ग्रामीणों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया।इसके अलावा बाढ़ में नाव पलट गयी एक नाव में सवार 01 व्यक्ति नदी में डूबने लगा।एसडीआरएफ की टीम के जवानों ने नदी में कूद कर उसको भी सुरक्षित बाहर निकाल लिया। दोनों व्यक्तियों को रेस्क्यू उपरान्त स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा एबुलेन्स से प्राथमिक उपचार हेतु जिला अस्पताल भेजा गया। देवहा नदी से आने वाली बाढ़ से निपटने के लिए जिला प्रशासन, तहसील प्रशासन, एसडीआरएफ और आपदा मित्रों के द्वारा माकड्रिल का आयोजन किया गया।देवहा नदी में एक ग्रामीण बुरी तरह से फंस गया। स्थानीय लोग चीख पुकार मचा रहे थे।एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम ने तुरंत पहला अभ्यास लाइफ ब्वाय रिंग डूब रहे ग्रामीण के पास फेक दिया, ग्रामीण ने तुरंत वह रिंग पकड़ लिया, टीम उसे मोटर बोट में लाद कर सुरक्षित स्थान पर ले गयी। टीम के पास मौजूद मेडिकल टीम द्वारा तत्काल इलाज भी किया गयदूसरा अभ्यास डायरेक्टर जम्प बिना उपकरण से शुरू हुआ। इसमें ग्रामीणों की नाव नदी की तेज लहरों से पलट गई। उसमें से एक ग्रामीण बुरी तरह डूबने लगा। एसडीआरएफ की टीम अपनी मोटर बोट से डूब रहे व्यक्ति के नजदीक पहुंच गई। रेस्क्यू टीम ने शामिल एक जवान ने तुरंत मोटर बोट से नदी में छलांग लगा दी और डूब रहे ग्रामीण को पहले मोटर बोट में चढ़ा दिया। उसके बाद जवान ने खुद को भी सुरक्षित मोटर बोट में पहुंचाया। इस व्यक्ति के पेट में पानी चला गया था। रेस्क्यू टीम ने सुरक्षित स्थान पर उसके पेट से पानी निकाला और मेडिकल टीम ने इलाज शुरू किया गया।तीसरे अभ्यास में इसका प्रयोग किया गया। नदी के दूसरी छोर पर एक ग्रामीण बाढ़ में फंसा हुआ था। एस0डी0आर0एफ0 की टीम भी वहां तक पहुंचने में सक्षम नहीं थी, लेकिन टीम के लिए उस ग्रामीण को सुरक्षित रेस्क्यू करना बहुत जरूरी था। तभी टीम के पास उपलब्ध जीवन रक्षंक यंत्र रिमोट कंट्रोल लाइफ ब्वाय तकनीक का प्रयोग कर नदी के दूसरी छोर पर बाढ़ में फंसे हुये व्यक्ति को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। इस प्रकार बाढ़ आपदा में प्रयोग किये जाने वाले रिमोट कंट्रोल लाइफ ब्वाय तकनीक को बहुत ही उपयोगी माना गया।रेस्क्यू टीम द्वारा जिला प्रशासन, पुलिस,स्वास्थ्य विभाग व अन्य अधिकारीगण,आपदा मित्रों एवं ग्रामीणों को आपदा से बचाव के बारे में विस्तार से बताया गया।माॅक अभ्यास के दौरान जिले के सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी, उपजिलाधिकारी सदर श्रद्धा सिंह, नायब तहसीलदार प्रखर सिंह, परितोष द्विवेदी, आपदा विशेषज्ञ भगवती प्रसाद एवं अन्य काफी संख्या में जनपद के अधिकारी/कर्मचारी व स्थानीय ग्रामीण उपस्थित रहे।

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