जनसेवा केंद्र संचालक अब एसडीओ दफ्तर की दीवार से सटा बैठा,100 मीटर प्रतिबंध भी बना मजाक

जनसेवा केंद्र संचालक अब एसडीओ दफ्तर की दीवार से सटा बैठा,100 मीटर प्रतिबंध भी बना मजाक
पूरनपुर,पीलीभीत।जनहित और व्यवस्था के नाम पर जारी सरकारी आदेश जब कागज़ों तक सिमट जाएं और ज़मीन पर ‘सिफारिश’ या ‘सत्ता’ का सिक्का चले, तो नज़ारा कुछ ऐसा ही होता है जैसा इन दिनों पूरनपुर विद्युत उपखंड कार्यालय में देखने को मिल रहा है।प्रबंध निदेशक रिया केजरीवाल ने सख्त निर्देश दिए थे कि कोई भी कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) संचालक विद्युत विभाग की सीमा से 100 मीटर के दायरे में बिजली बिल जमा नहीं कर सकता। लेकिन यहां तो नियमों की खुल्लमखुल्ला धज्जियां उड़ रही हैं।पहले जिस विवादित जनसेवा केंद्र को पूर्व एसडीओ प्रवीण कनौजिया ने अवैध करार देते हुए पुलिस बुलवाकर कार्यालय से हटवाया था, अब वही संचालक ओमप्रकाश गंगवार एक बार फिर विभागीय संरक्षण में लौट आया है पहले विभाग की खिड़की नंबर 5 पर बैठा था, अब एसडीओ दफ्तर की बगल में वैन लगाकर खुलेआम बिजली बिल जमा कर रहा है।खुद एसडीओ मोहित गुप्ता का कहना है कि यह उच्च अधिकारियों के निर्देश पर हो रहा है, जबकि हकीकत यह है कि केंद्र संचालक का न तो नाम विभाग की सूची में है और न ही उसके पास परिसर में बैठने का कोई वैध पत्र मौजूद है।सूत्रों की मानें तो इस केंद्र पर पूर्व में उपभोक्ताओं से अतिरिक्त वसूली और सीएससी आईडी निलंबन जैसे गंभीर आरोप लग चुके हैं। फिर भी वह न केवल सक्रिय है, बल्कि अब तो सरकारी भवन की दीवार से सटी अपनी वैन में बैठकर बिजली बिल भी जमा कर रहा है, यानी साफ तौर पर 100 मीटर के प्रतिबंध का उल्लंघन!