यूपी
एमडीआर टीबी के मरीजों के लिए बीपाल रेजिमन की शुरुआत, सीएमओ ने खुद खिलाई दवा
अब एमडीआर मरीजों को केवल 6 महीने खानी होंगी 5 से 7 गोलियां, इलाज होगा आसान

एमडीआर टीबी के मरीजों के लिए बीपाल रेजिमन की शुरुआत, सीएमओ ने खुद खिलाई दवा
अब एमडीआर मरीजों को केवल 6 महीने खानी होंगी 5 से 7 गोलियां, इलाज होगा आसान
पीलीभीत।राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत शुक्रवार को जिला क्षय रोग केंद्र पर एमडीआर टीबी (मल्टी ड्रग रेसिस्टेंट ट्यूबरकुलोसिस) मरीजों के लिए भारत सरकार द्वारा अनुमोदित नई बीपाल रेजिमन की शुरुआत की गई। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आलोक कुमार द्वारा की गई। उन्होंने अपने हाथों से मरीज को नई रेजिमन की दवा खिलाकर औपचारिक शुरुआत की।सीएमओ डॉ. आलोक कुमार ने बताया कि पूर्व में एमडीआर मरीजों को 9 से 24 महीनों तक प्रतिदिन 13 से 15 गोलियों का सेवन करना पड़ता था, जिससे इलाज में भारी कठिनाइयाँ आती थीं। अब बीपाल रेजिमन के तहत मरीज को केवल 5 से 7 गोलियां और वह भी सिर्फ 6 महीने तक ही लेनी होंगी। इससे न केवल उपचार सरल होगा, बल्कि अत्यधिक दवाइयों के कारण होने वाले दुष्प्रभावों से भी राहत मिलेगी।
डॉ. आलोक कुमार ने कहा कि भारत सरकार ने 2025 तक देश को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसी दिशा में उत्तर प्रदेश में बीपाल रेजिमन की शुरुआत एक महत्वपूर्ण कदम है।इस अवसर पर उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. पारुल मित्तल, पीएमटी सुपरवाइजर गोविंद राम, सीनियर सुपरवाइजर शेर सिंह चौहान, सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर राजेश कुमार गंगवार, अकाउंटेंट अनुराग, अतुल और राकेश चंद्र समेत कई स्वास्थ्य अधिकारी उपस्थित रहे।