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बाघ दिवस पर पीलीभीत की पुकार: बाघ बचे, इंसान भी सुरक्षित रहें

जनपद पीलीभीत में पिछले 9 सालों में मानव वन्यजीव संघर्ष में 66 इंसानों ने जान गवाही

बाघ दिवस पर पीलीभीत की पुकार: बाघ बचे, इंसान भी सुरक्षित रहें

बाघ बचाइए, जंगल बचाइए: पीलीभीत की पुकार सुनिए

जनपद पीलीभीत में पिछले 9 सालों में मानव वन्यजीव संघर्ष में 66 इंसानों ने जान गवाही

(बिलाल)
पीलीभीत।पिछले 12 साल से बिलाल मियां खान वनजीवन के लिए काम कर रहे हैं विशेष तौर पर बाघों के बारे में जानना और देशभर के बाघों की जानकारी अपने द्वारा लिखी गई हिंदी पुस्तक सफरनामा से देश दुनिया में बाघों के प्रति जागरूकता फैलाने का काम कर रहे हैं, आपको बताते चलें बिलाल ने तीन पुस्तक की वन जीवन पर लिखी है जिसमें प्रथम पीलीभीत टाइगर रिजर्व पर आधारित द्वितीय तराई अर्क लैंडस्केप तथा तृतीय भारत के 54 टाइगर रिजर्व पर आधारित है जिसमें विशेष तौर पर बाघों बारे में जानकारी दी गई है।दो मार्च वर्ष 2014 से 24 जुलाई वर्ष 2025 तक लगभग 23 बाघ रेस्क्यू किए गए जिसमें से 13 बाघ चिड़ियाघर भेजे गए चार बाघ दूसरे जनपद में और 05 बाघ को दोबारा पीलीभीत जंगल में छोड़ गया, अगर बात करें तो पिछले 10 साल में कुल 26 बाघ जनपद पीलीभीत से दूसरी जगह भेज दिए गए, और पिछले 13 सालों में जनपद पीलीभीत में कुल 26 बाघों की मृत्यु भी दर्ज की गई है, इस तरह हमने अब तक कुल 52 बाघों को खो दिया है,इधर सूत्रों की माने तो तीन बाघ रेस्क्यू ऐसे हैं जिन्हें पहली बार में पड़कर जंगल छोड़ा गया जबकि दूसरी बार में उन्हें चिड़ियाघर भेज दिया गया।
24 मई वर्ष 2012 से 01 जून वर्ष 2024 तक जनपद पीलीभीत में 26 बाघ की मृत्यु दर्ज की गई है,और बाघ की मृत्यु में दो बाघ की मृत्यु ऐसी है जो इंसानों के लिए शर्म नाक है, 24 जुलाई वर्ष 2019 को दियोरिया रेंज में लाठी डंडे एवं धारदार हथियार से पीट कर एक बाघ को मार दिया गया दूसरी घटना 03 माई वर्ष 2020 को रेस्क्यू के दौरान ग्राम ज़ारी में बाघ की मौत हो गई थी, सात बाघ कानपुर चिड़ियाघर, सात बाघ लखनऊ चिड़ियाघर एवं एक बाघ को गोरखपुर भेजा गया था जिसकी हाल ही में मौत हो गई।इधर प्रदेश सरकार एवं वन विभाग समय समय पर जंगल एवं उसमें रह रहे जानवरों को बचाने वाले को सुविधा उपलब्ध करा रही है लेकिन सीधे तौर पर जीव जंतुओं को इसका सीधा लाभ नहीं मिल पा रहा है मेरी अगर जनपद पीलीभीत में रेस्क्यू सेंटर प्रारंभ हो जाता है तो इसे हम अपनी कामयाबी समझेंगे और जीव जंतुओं के लिए सीधा लाभ।

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