कुर्रेया हाल्ट के सामने से निकली सड़क कई वर्षों से जर्जर, जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान
जोगराजपुर से हमीरपुर जाने वाली सड़क भी बहा रही अपनी बदहाली के आँसू, ग्रामीण परेशान

कुर्रेया हाल्ट के सामने से निकली सड़क कई वर्षों से जर्जर, जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान
जोगराजपुर से हमीरपुर जाने वाली सड़क भी बहा रही अपनी बदहाली के आँसू, ग्रामीण परेशान
सड़क का निर्माण कराएँ जाने के लिए ग्रामीणों ने कई बार उठाई मांग, नहीं हुआ समाधान
पूरनपुर,पीलीभीत।प्रशासन भले ही जिले में गड्डा मुक्ति के दावे करता दिखाई दे। परंतु शहर से लेकर गांवों तक अभी भी जर्जर हालत में हैं। सेहरामऊ क्षेत्र के कई गांवों के संपर्क मार्ग गङ्गायुक्त हैं। यहां पर शासन के गड्डा मुक्त अभियान का असर ही नाहीं दिखाई दे रहा है। गांव से बाहर जाते ही लोगों को धूल और गड्डों का सामना करना पड़ रहा है। सेहरामऊ उत्तरी क्षेत्र के जोगराजपुर से हमीरपुर जाने वाली सड़क पूरी तरह से जर्जर है। जोगराजपुर से दौलतपुर होते हुए हमीरपुर को जोड़ने वाली मुख्य सड़क की हालत इन दिनों बेहद खराब है। जगह-जगह गड्ढे, उखड़ी हुई और बारिश के बाद बने कीचड़ भरे दलदल ने इस सड़क को किसी दुर्गम राह में बदल दिया है। स्थानीय लोग इसे मज़ाक में “गड्ढों के बीच की सड़क” कहने लगे हैं।सड़क पर बने बड़े -बड़े गड्ढे हादसे को दावत दे रहे है। वही कुर्रेया रेलवे हाल्ट के सामने से गुजरने वाली मुख्य सड़क कई वर्षों से जर्जर हालत में है, जिससे रोजाना राहगीरों, स्कूली बच्चों और वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बरसात के मौसम में स्थिति और भी गंभीर हो जाती है जब सड़क पर कीचड़ और गड्ढों के कारण आवागमन लगभग ठप हो जाता है।यह सड़क न केवल कुर्रेया बल्कि आसपास के कई गांवों को जोड़ती है और आवागमन का मुख्य मार्ग मानी जाती है। बावजूद इसके, वर्षों से यह सड़क टूट-फूट और गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। सड़क के दयनीय हालात ने ग्रामीणों का जीना दूभर कर दिया है।स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि वे कई बार संबंधित अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से सड़क के निर्माण की मांग कर चुके हैं, लेकिन अब तक इस सड़क के निर्माण पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि प्रशासन की उदासीनता के चलते उन्हें रोजमर्रा की आवाजाही में काफी दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। वह ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव के समय नेताओं को विकास की याद आती है, लेकिन उसके बाद क्षेत्र की समस्याओं की ओर कोई ध्यान नहीं देता। एक ग्रामीण ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “हर बार अधिकारी और नेता केवल भरोसे की घुट्टी पिलाकर चले जाते हैं। सड़क निर्माण के लिए अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।”ग्रामीणों ने बताया है कि महादेव, माती, रसूलपुर, गांव मुरादपुर , पिपरा, सुल्तानपुर,रानीगंज, सपहा , बागर, चतीपुर आदि ग्रामवासियो का यह मुख्य मार्ग हैं। जो हाइवे रोड को जोड़ता है। कई वर्षों से जर्जर बाजा सडक एवं बड़े-बड़े गड्ढे है।जिससे हम सभी क्षेत्रवासियो को पैदल व वाहनों द्वारा आवागमन की समस्या है। ग्रामीणों ने जल्द ही सड़क का निर्माण कराएँ जाने की मांग की है।