कबीरगंज पहुंचने के बाद नही दिखा बाघ, भटक रही ट्रकुलाइज टीम
बाघ के हमले से महिला की मौत पर नाराज ग्रामीणों ने लगाया था जाम

कबीरगंज पहुंचने के बाद नही दिखा बाघ, भटक रही ट्रकुलाइज टीम
बाघ के हमले से महिला की मौत पर नाराज ग्रामीणों ने लगाया था जाम
पूरनपुर/पीलीभीत। चार दिन पहले देर रात नल पर बर्तन धो रही विवाहिता को बाघ ने मार दिया था। पीछा कर रहे ग्रामीणों को खेत में उसका शव मिला था। अगले दिन नाराज लोगों ने रामनगर चौराहे पर जाम लगा दिया था। मुआवजा और बाघ पकड़ने की मांग पर अगले दिन जाम खुल सका था।
दो दिन से ट्रकुलाइज में लगी टीम को सटीक लोकेशन नहीं मिल पा रही है। इससे टीम लगातार बाघ की तलाश में भटक रही है।
पूरनपुर तहसील के ट्रांस शारदा क्षेत्र के अधिकांश गांव लखीमपुर खीरी के संपूर्णानगर जंगल से सटे हुए हैं। जंगल नजदीक होने से यहां वन्यजीव आबादी के नजदीक घूमते देखे जाते हैं। 3 जून को हजारा क्षेत्र के गांव शांति नगर की रेशमा देवी पर बाघ ने महिला पर हमला कर जंगल की तरफ खींच ले गया था। पीछे दौड़े ग्रामीणों को देख बाघ महिला के शव को छोड़ कर भाग गया था। नाराज ग्रामीणों ने रामनगर चौराहे पर इकट्ठा होकर जाम लगाकर घटना का विरोध जताया था। ग्रामीण 10 लाख का मुआवजा और बाघ पकड़ने की मांग पर अड़े रहे। रात भर धरना प्रदर्शन से आवागमन में काफी दिक्कत हुई। गुरुवार सुबह जाम खुल सका था। शासन से अनुमति मिलने के बाद दुधवा नेशनल पार्क के एक्सपर्ट डॉक्टर दया बाघ को रेस्क्यू करने के लिए टीम के साथ जुटे हुए हैं। शुक्रवार सुबह कबीरगंज के निकट बाघ के परमार्ग देखे गए थे। इसके बाद वह दिखाई नहीं दिया। घास और झाड़ियां होने से बाघ के पगचिह्न मिलने में दिक्कत हो रही है। इधर टाइगर के न पकड़े जान जाने से ग्रामीणों में दहशत देखी जा रही है
बाघ सुबह कबीरगंज के निकट एक फार्म के पास देखा गया था। झाड़ियां और घास होने से उसके पगमार्ग मिलने में काफी दिक्कत हो रही है। दो टीमें लगी हुई है। शीघ्र उसे ट्रकुलाइज कर पकड़ा जाएगा
अनिल कुमार रेंजर संपूर्णानगर