जिला कारागार क्षय रोग शिविर का हुआ आयोजन
88 पुरुष कैदियों की स्क्रीनिंग की गई,25 पुरुष बंदी संदिग्ध रोगी पाए गये

जिला कारागार क्षय रोग शिविर का हुआ आयोजन
88 पुरुष कैदियों की स्क्रीनिंग की गई,25 पुरुष बंदी संदिग्ध रोगी पाए गये
पीलीभीत।प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत मंगलवार को जिला क्षय रोग केंद्र की एक टीम ने जिला कारागार के चिकित्सा अधीक्षक नरेश चंद्र के निदे्शन में जिला जेल में नि-क्षय शिविर का आयोजन किया गया । जिसमें जिला कारागार के 88 पुरुष कैदियों की स्क्रीनिंग की गई।जिसमें से 25 पुरुष बंदी संदिग्ध रोगी पाए गए,जिनको खांसी और बुखार हो रहा था,ऐसे रोगियों को बलगम खसंवाकर उनकी वहीं पर जिला जेल के चिकित्सालय में जिला छह रोग केंद्र के एलटी राम नरेश सिंह के द्वारा बलगम लेकर उसको जांच के लिए एकत्र किया गया,इन सैंपल को जिला छह रोग केंद्र पर लाकर सीवी नॉट मशीन के द्वारा जांच पर लगाया जाएगा।इससे पहले जिला छह रोग केंद्र के सीनियर सुपरवाइजर राजेश कुमार गंगवार के द्वारा कैदियों को टीबी से संबंधित जानकारी दी गई, उनके द्वारा बताया गया कि अगर किसी को खांसी और बुखार आ रहा हो तो वह अपने बलगम की जांच तुरंत करवाए क्योंकि अगर खांसी और बुखार लगातार बना हुआ है तो ऐसे व्यक्ति को टीबी होने की संभावना होती है।
जिला छह रोग केंद्र के द्वारा हर 3 महीने में जिला कारागार में बंदियो की स्क्रीनिंग और टीबी की जांच का कैंप लगाया जाता है और समय-समय पर जिला कारागार के द्वारा बंदियों के सैंपल जिला छह रोग केंद्र पर भी भेजे जाते हैं, अतः अगर किसी को यह लक्षण दिखाई दें तो वह वहां के डॉक्टर से परामर्श करके अपना सैंपल जिला क्षय रोग केंद्र भिजवाए और जिला छह रोग केंद्र के द्वारा उनका इलाज मुक्त किया जाएगा और सरकार के द्वारा ₹1000 महीना भी पोषण भत्ते के रूप में उनके खाते में सीधे भेजे जाएगा, सरकार के द्वारा टीबी की जांच और इलाज बिल्कुल निशुल्क किया जा रहा है।
इस दौरान जिला छह रोग केंद्र के सीनियर लैब सुपरवाइजर शेर सिंह चौहान के द्वारा बताया गया कि जिन कैदियों की बलगम की जांच की जा रही है अगर इनको जांच में किसी को टीबी आती है, तो जिला क्षय रोग केंद्र के द्वारा उसकी अगले दिन ही दवाई जिला जेल से अंदर ही इलाज शुरू कर दिया जाएगा।उन्होंने बंदियो को बताया कि भारत के प्रधानमंत्री जी ने भारत को 2025 में टीबी से मुक्त करने का लक्ष्य रखा है, इसी क्रम के अनुसार जिला छह रोग केंद्र बंदियो की बार-बार निगरानी और जांच कर रहा है क्योंकि अगर किसी एक व्यक्ति को टीबी होगी तो वह बैरिक में और लोगों को भी टीबी से ग्रसित कर सकता है ।अतः टीबी से ग्रसित व्यक्ति या जिसको लक्षण दिखाई दे वह हमेशा मास्क लगाकर या मुंह पर कपड़ा रखकर खांसे और दूसरे व्यक्तियों से थोड़ा दूरी बनाकर रखें।जिला छह रोग केंद्र के द्वारा यह शिविर लगातार चार दिन और चलेगा।