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हज़रत शाहजी मियां की दरगाह पर की चादरपोशी की रस्म अदा

हज़रत शाहजी मियां की दरगाह पर की चादरपोशी की रस्म अदा
पीलीभीत।नगर के ऐतिहासिक सूफी संत हज़रत शाहजी मियां की दरगाह पर एक भव्य और रुहानी कार्यक्रम के तहत चादरपोशी की रस्म अदा की गई।यह आयोजन वरिष्ठ समाजवादी पार्टी नेता मोहम्मद आरिफ की जानिब से किया गया। जिसमें नगर और आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में सामाजिक,धार्मिक व राजनीतिक हस्तियों ने शिरकत की।चादर चढ़ाकर मुल्क की तरक्की, इंसानियत,भाईचारे और अमन-शांति की दुआएं की गईं।दरगाह पर हुए कार्यक्रम के दौरान पूरा माहौल सूफियाना कलाम और नातों की गूंज से महक उठा।
शाही इमाम की अगुवाई में हुआ आयोजन, समाज के कई वर्गों की रही भागीदारी
कार्यक्रम की अगुवाई शाही इमाम इजहार अहमद खां बरकाती ने की। उन्होंने लोगों को सूफी परंपरा से जुड़ने और आपसी मोहब्बत व मेलजोल के साथ जीवन जीने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि दरगाहें केवल इबादत के नहीं, इंसानियत और एकता के मरकज़ हैं।इस मौके पर मुख्य रूप से सैयद शाकिर अली एडवोकेट (सदर), सिराज बहादुर खान (सचिव), एडवोकेट रशीद कादरी, नाहिद खां, आसिफ अली कादरी, हाजी असगर नूर, राजेंद्र सिंह फौजी, अकबर अहमद अंसारी, अफजल खान (आढ़ती), इकरार मियां, निज़ाकत अलवी (सभासद), नफीस खां, मोईन खां, आरिफ हज़रत खां,अरशान खां, हाफिज़ अमान, हाफिज़ इमरान, हाफिज़ फहीम, हाफिज़ सईद गुफरान, आलम लियाक़ती, और नाज़िम खां।
सूफियाना माहौल में गूंजे अमन और भाईचारे के पैगाम
कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ सपा नेता मोहम्मद आरिफ के नेतृत्व में दरगाह पर चढ़ाई गई चादर, इस मौके पर उपस्थित लोगों ने मोहम्मद आरिफ के इस आयोजन की भरपूर सराहना की और इसे समाज में सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक बताया।दरगाह परिसर सूफियाना कलाम, नात-ए-पाक और कुरआनी आयतों की रूहानी आवाज़ से गूंजता रहा। लोग एक-दूसरे से गले मिलते नजर आए और मोहब्बत का पैगाम आम हुआ।ऐसे आयोजनों से इंसानियत जिंदारहती है। आरिफ साहब ने जो पहल की है, वह काबिले तारीफ है।”शाहजी मियां की दरगाह पर हाज़िरी देकर मन को सुकून मिला। अमन और भाईचारे की यही मिसाल है।”