
ब्लास्ट में मां-बेटे सहित चार पर मुकदमा
विस्फोटक सामग्री कब्जे में ली पड़ताल में जुटी पुलिस
पूरनपुर/पीलीभीत। बंद घर में विस्फोटक पदार्थ (गोला बम) के ब्लास्ट होने में झुलसे मां बेटे और हाफिज सहित तीन के खिलाफ दरोगा की ओर से मुकदमा दर्ज किया गया है। देर शाम तक कोतवाली पहुंचे एसपी ने घायलों से जानकारी ली। घर में मौजूद अन्य गोला बमो को पुलिस ने अपने कब्जे में लिया है। पुलिस ने बीडीएस टीम को पत्राचार कर घटना की जानकारी बताने में मदद मांगी है।
कोतवाली क्षेत्र के गांव जादौपुर गलुईया निवासी पूर्व प्रधान गुलाम खान की मौत हो चुकी है। मृतक की पत्नी अपने मायके में रह रही हैं। 4 जून को हसीन बानों बंद पड़े घर में साफ सफाई कर रही थी। तभी उन्हें गेंद नुमा सुतली, धागा, शीशा सहित अन्य सामग्रियों में लिपटा हुआ बम मिला। टोटका टोना की आशंका पर उन्होंने पड़ोस के रहने वाले हाफिज वाहिद अली को बुला लिया था। तभी ब्लास्ट होने से महिला, उनका पुत्र ताज मोहम्मद पड़ोसी असलम और हाफिज वाहिद अली जख्मी हो गए थे। तेज धमाका होने की घटना से गांव में अफरा तफरी मच गई थी। जानकारी लगने के बाद काफी संख्या में ग्रामीण पहुंच गए थे। आनन फानन में घायलों को उपचार के लिए सीएचसी में भर्ती कराया गया था। सूचना मिलने के बाद एएसपी विक्रम दहिया ने फारेसिंग टीम के साथ पहुंचकर पड़ताल की थी। कोतवाली पुलिस ने घायलों के बयान दर्ज किए। मामले में दरोगा प्रदीप कुमार की ओर से पुलिस ने मां बेटे और हाफिज सहित चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। दर्ज मुकदमे में बताया गस्त के दौरान उन्हें घर में विस्फोट होने की सूचना मिली थी। वरिष्ठ उपनिरीक्षक नितिन कुमार के साथ पहुंचे तो प्रथम तल पर चार लोग ज़ख़्मी मिले थे। जानकारी पर पता चला बिना लाइसेंस के ही विस्फोटक पटाखे बंद मकान में रखे हुए थे। इस दौरान सुतली नुमा पटाखे बम मौके पर पीला सल्फर जैसा गंधक पत्थर, पत्थर की रोड़ा बिखरी हुई मिली थी।घटना से स्वयं और दूसरी के जीवन पर भी संकट हो सकता था। इसका लाइसेंस भी नहीं मिला था। घटनास्थल की 12 बारीकी से जांच के लिए बरेली बीडीएस टीम को पत्राचार किया गया है। मौके पर मौजूद सुतली नुमा विस्फोटक पटाखे कब्जे में लिए हैं। विस्फोटक पदार्थ बंद घर में कैसे पहुंचे। इसके पीछे मकसद क्या है पुलिस इसके बारे में पड़ताल कर रही है।
बंद पड़े मकान में विस्फोटक पदार्थ से धमाका होने के मामले में चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। बीडीएस की टीम को बारीकी जांच के लिए पत्र लिखा गया है। घटना से स्वयं और दूसरी के जीवन पर भी संकट हो सकता था।
सत्येंद्र कुमार कोतवाल पूरनपुर