बेहतर शिक्षण के लिए दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन, बताए प्रभावी टिप्स

बेहतर शिक्षण के लिए दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन, बताए प्रभावी टिप्स
पीलीभीत।शिक्षण कार्य को प्रभावी बनाने और नई तकनीकों से रूबरू कराने के लिए दो दिवसीय सेमिनार और कार्यशाला का आज समापन हो गया। इसमें केरल के प्रशिक्षक द्वारा विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई।
नगर के सेंट एलॉयसियस कॉलेज में स्थानीय व पूरनपुर के सेंट जोसेफ़ स्कूल के शिक्षकों के लिए दो दिवसीय सेमिनार और कार्यशाला का आयोजन किया गया।कार्यक्रम की शुरुआत गुलदस्ता देकर फादर लेनिन के स्वागत के साथ हुई, जिसके बाद बाइबिल से पाठ और एक भजन प्रस्तुत किया गया। इस सेमिनार में दिल्ली प्रोविंस की हेड सिस्टर दीपा, सेंट एलॉयसियस कॉलेज के प्रधानाचार्य फादर शाजी क्रिस्टोफर और सेंट जोसेफ स्कूल की प्रधानाचार्या सिस्टर रेम्या सेबास्टियन ने व्यवस्था का ज़िम्मा संभाला। विशेष रूप से, सेंट जोसेफ स्कूल के पूर्व प्रधानाचार्य फादर राजेश ने भी इस सेमिनार में शिरकत की। सेमिनार में शिक्षकों को दस समूहों में बांटकर विभिन्न टॉपिक्स पर चर्चा और टास्क दिए गए।उन्हें आधुनिक शिक्षण की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार किया गया। बताया गया कि कुछ अभिभावक विभिन्न कारणों से न तो बच्चों की तरह ध्यान दे पाते हैं और न ही विद्यालय के संम्पर्क में आ पाते हैं जिसका नुकसान बच्चे को भरना पड़ता है लेकिन बेहतर टीचर इस परिस्थिति में बेहतर विकल्प ढूँढ लेता है। पारिवारिक पृष्ठभूमि को ध्यान में रखते हुए बच्चे का सर्वांगीण विकास का ध्यान रखा जाता है।स्वंय के आकलन पर ज़ोर देते हुए कहा गया कि आज का दौर एआई का दौर है छात्रों के पास एक क्लिक में जानकारी जुटाने के साधन मौजूद हैं ऐसे में मोबाइल पर अति निर्भरता और उसके दुष्परिणामों को समझना ज़रूरी है। एक शिक्षक को कक्षा में अनुभवी शिक्षक की तरह न जाकर एक पहले से तैयार टीचर की तरह जाना चाहिए।प्रतिभागियों ने शिक्षण कार्य के दौरान आने वाली दुश्वारियों का ज़िक्र किया जिस पर फादर लेनिन ने खुद को अपडेट रहने की सलाह दी।इस आयोजन में सिस्टर मेरी जॉन,सिस्टर संजना, सिस्टर ग्रेस, सिस्टर कैथरीन और सिस्टर अंशुमाला की भी सक्रिय भागीदारी रही। सेमिनार के अंत में शिक्षिका कोमल गुप्ता ने सभी शिक्षकों की ओर से फादर लेनिन राज टी को इस शानदार और प्रेरणादायक सेमिनार के लिए धन्यवाद दिया।